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थार जीप द्वारा 6 जनों को कुचलने के मामले में डॉ. किरोड़ीलाल मीणा के प्रयासों से बनी सहमति - 61 लाख के पैकेज के साथ पीड़ित परिवार को कैसे मिलेगी सहायता, पढें पूरी डिटेल

थार जीप द्वारा 6 जनों को कुचलने के मामले में डॉ. किरोड़ीलाल मीणा के प्रयासों से बनी सहमति

 


जयपुर। रविवार 21 मई की सुबह जयपुर के पास कोटखावदा में हुए हादसे में पीड़ित परिवार की मांगें पूरी होने पर सहमति बन गई है। पुलिस और प्रशासन के साथ परिजनों और राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ीलाल की वार्ता हुई। वार्ता के दौरान डॉ. किरोड़ीलाल मीणा और पीड़ित परिवार की सभी मांगों को प्रशासन द्वारा मान लिया गया। इसके बाद डॉ. मीणा के कहने पर पीड़ित परिवार ने चारों शवों का अंतिम संस्कार किया। वार्ता के दौरान चाकसू विधायक वेद प्रकाश सोलंकी, डीसीपी साउथ योगेश गोयल और प्रशासन के अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

जानिए किन मांगों पर बनी सहमति

राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ीलाल मीणा और पीड़ित परिवार की ओर से सरकार के समक्ष कई मांगे रखी गई। इन मांगों के समर्थन में डॉ. मीणा के नेतृत्व में हजारों लोगों ने दो दिन तक धरना दिया। एफआईआर दर्ज करने के लिए डॉ. मीणा को डीजीपी उमेश मिश्रा के सरकारी बंगले के बाहर धरना देना पड़ा। आखिर में सात मांगों पर सहमति बन गई।
1. हादसे को अंजाम देने वाले थार जीप चालक को शीघ्र गिरफ्तारी की जाएगी।
2. मृतक के एक परिजन (बालिग सदस्य) को संविदा पर नौकरी दी जाएगी।
3. प्रधानमंत्री आवास योजना का प्रस्ताव ग्राम सभा द्वारा अनुमोदित करके आगामी दिनों में प्राथमिकता के साथ स्वीकृत कराया जाएगा।
4. शिक्षा की व्यवस्था और पालनहार योजना के तहत पीड़ित परिवार को लाभ दिलाया जाएगा।
5. कैटल शेड का प्रस्ताव तैयार करके मनरेगा योजना में अतिशीघ्र बनवा दिया जाएगा।
6. पीड़ित परिवार को चिरंजीवी योजना एवं एससी-एसटी एक्ट के तहत सहायता राशि दी जाएगी। कुल पैकेज लगभग 61 लाख रुपए का नियमानुसार दिया जाएगा।
7. पीड़ित परिवार को माकूल सुरक्षा व्यवस्था प्रदान की जाएगी।

 

एक ही परिवार पर टूटा था दुखों का पहाड़

 

जयपुर के पास कोटखावदा इलाके में रामनगर रोड़ पर स्थित डोई की ढाणी निवासी मदन की 17 मई को मृत्यु हो गई थी। दो दिन बाद 19 मई को मदन की पत्नी सुनीता, बेटा गोलू, छोटा भाई विक्की, बड़ा भाई सीताराम और सीताराम की पत्नी अनीता के साथ दौसा निवासी रिश्तेदार मनोहर अस्थियां विसर्जन के लिए हरिद्वार गए थे। 21 मई की सुबह वे हरिद्वार से वापस लौटे और घर से एक किलोमीटर दूर सड़क किनारे पेड़ की छांव में बैठकर परिवार वालों का इंतजार कर रहे थे। इसी दौरान एक तेज रफ्तार थार जीप ने सुनीता, गोलू, विक्की, सीताराम और अनीता को कुचल दिया। इस हादसे में एक ही परिवार के चार लोगों सुनीता, गोलू, सीताराम और अनीता की मौत हो गई थी जबकि दो जने गंभीर रूप से घायल हुए हैं। घायलों का सवाई मानसिंह अस्पताल में इलाज चल रहा है। 

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