IPS सुशील बिश्नोई की गुंडागर्दी, अजमेर में होटल कर्मियों से मारपीट करने वाले सुशील के खिलाफ दो बार दर्ज हो चुका दुष्कर्म का मामला - राज्य सरकार कर चुकी है निलंबित
अजमेर। राजस्थान में इन दिनों एक आईपीएस की खबरें सुर्खियों में है। वर्ष 2019 बैच के आईपीएस सुशील बिश्नोई पर आरोप है कि उन्होंने और उनके साथियों ने अजमेर के एक रेस्टोरेंट में शराब पार्टी की। बाद में रेस्टोरेंट के पास स्थित एक होटल के कर्मचारियों के साथ बुरी तरह मारपीट की। घटना 11 जून की रात दो से ढाई बजे के बीच की है। आईपीएस सुशील बिश्नोई और उसके साथ कुछ अफसरों और पुलिसकर्मियों द्वारा होटल कर्मियों की पिटाई की घटना होटल में लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई। राज्य सरकार ने आईपीएस सुशील कुमार को सस्पेंड कर दिया है और जांच विजिलेंस एडीजी बीजू जॉर्ज जोसफ कर रहे हैं।
दो बार रेप के मुकदमे दर्ज हो चुके सुशील के खिलाफ
बीकानेर के रहने वाले सुशील बिश्नोई के खिलाफ दो बार रेप के मुकदमे भी दर्ज हो चुके हैं। पहला मुकदमा दिसंबर 2019 में जोधपुर में दर्ज हुआ था। पीड़िता का आरोप था कि 2017 में उसकी सगाई सुशील कुमार से हुई थी। वर्ष 2018 में सुशील ने युवती के साथ शारीरिक संबंध बनाए। इसी दौरान उनका यूपीएससी में सलेक्शन हो गया और वे आईपीएस बन गए। आईपीएस बनने के बाद सुशील ने युवती से सगाई तोड़ दी। इस पर युवती ने रेप का मामला दर्ज कराया था। रेप का दूसरा मुकदमा दिल्ली रंजीत नगर थाने में दिसंबर 2020 में दर्ज हुआ था जहां बिहार की एक युवती ने सुशील पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था। हालांकि इन दोनों ही मामलों में जांच के दौरान एफआर लगा दी गई।
विदाई पार्टी के बाद हुआ पंगा
आईपीएस सुशील बिश्नोई अजमेर में सहायक पुलिस अधीक्षक थे। पिछले दिनों उनका ट्रांसफर नए घोषित जिले गंगापुर सिटी में विशेषाधिकारी के रूप में हुआ। अजमेर से ट्रांसफर होने के बाद सुशील और उनके साथियों ने विदाई पार्टी की। पार्टी में अजमेर विकास प्राधिकरण के आयुक्त आईएएस गिरधर बेनीवाल सहित कुछ अन्य अधिकारी और पुलिसकर्मी थे। 11 जून को रात्रि 2 बजे के बाद होटल मकराना राज के कर्मचारियों के साथ झगड़ा हुआ। आईपीएस सुशील बिश्नोई, आईएएस गिरधर और अन्य अधिकारियों कर्मचारियों ने होटल में घुसकर कर्मचारियों के साथ मारपीट की थी। मारपीट की घटना का सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल है। इस प्रकरण में आईएएस गिरधर और कुछ पुलिसकर्मियों को भी सस्पेंड कर दिया गया है।
आईपीएस बनने से पहले कृषि वैज्ञानिक थे सुशील
बीकानेर जिले के रामपुरा बस्ती के रहने वाले सुशील बिश्नोई सुशील के पिता आरएसी में हवलदार थे। आईपीएस बनने से पहले सुशील कृषि वैज्ञानिक थे। वे उत्तरखंड के अल्मोड़ा में कार्यरत रहे। कृषि वैज्ञानिक रहते हुए सुशील ने यूपीएससी की तैयारी जारी रखी। तीन बार में उन्हें सफलता नहीं मिली जबकि चौथे प्रयास में साल 2018 में उनका चयन यूपीएससी में हुआ।
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