डॉ. किरोड़ी लाल मीणा की शिकायत के बाद SOG के इंस्पेक्टर को हटाया, जानिए कौन है मोहन पोसवाल और क्या लगे हैं आरोप - पेपर लीक माफिया ने लगाया डरा धमकाकर 64 लाख रुपए वसूलने का आरोप
जयपुर। राजस्थान पुलिस की स्पेशल विंग एसओजी में तैनात पुलिस इंस्पेक्टर मोहन पोसवाल को एसओजी से हटा दिया गया है। उनका ट्रांसफर पुलिस मुख्यालय में कर दिया गया है। पिछले 5 साल से एसओजी में तैनात इंस्पेक्टर को कैबिनेट मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा की शिकायत के बाद हटाया गया है। डॉ. मीणा पिछले एक साल से मोहन पोसवाल के खिलाफ गंभीर आरोप लगा रहे थे। पिछले दिनों डॉ. मीणा एसओजी दफ्तर पहुंचे और एडीजी वीके सिंह को कुछ दस्तावेज दिए। बताया जा रहा है डॉ. मीणा ने पुलिस इंस्पेक्टर मोहन पोसवाल से जुड़े कुछ सबूत दिए जिसके बाद मामला पुलिस मुख्यालय तक पहुंचा। अब मुख्यालय ने एक्शन लिया और पोसवाल को एसओजी से हटा दिया।
पेपर लीक माफियाओं से मिलीभगत का आरोप
कैबिनेट मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा पुलिस इंस्पेक्टर मोहन पोसवाल पर आरोप लगाते रहे हैं कि पोसवाल पेपर लीक माफियाओं से मिले हुए हैं। कई पेपर लीक माफियाओं को फरार करने में पोसवाल की भूमिका संदिग्ध बताई गई। डॉ. मीणा ने यह भी आरोप पेपर लीक से जुड़े कई आरोपियों से मिलकर पोसवाल ने गिरफ्तारी की धमकी देकर ब्लैकमेल किया। मोहन पोसवाल के साथ एक पुलिस कांस्टेबल भी है जिन पर पेपर लीक माफियाओं के परिवार वालों को प्रताड़ित करते हुए लाखों रुपए की वसूली के आरोप लगाए। डॉ. किरोड़ी लाल मीणा का कहना है कि वे कोई भी आरोप बेवजह नहीं लगाते। इंस्पेक्टर मोहन पोसवाल के खिलाफ मिलीभगत के पुख्ता सबूत हैं जो एसओजी को सौंपे जा चुके हैं।
पेपर लीक माफिया ने डॉ. किरोड़ीलाल मीणा को लिखा था पत्र
पेपर लीक मामले में गिरफ्तार भूपेंद्र सारण का एक पत्र पिछले दिनों सामने आया। यह पत्र भूपेंद्र की गिरफ्तार से पहले ही उसने लिखा था और डॉ. किरोड़ी लाल मीणा के पास भेजा था। इस पत्र में एसओजी में इंस्पेक्टर रहे इंस्पेक्टर मोहन पोसवाल पर 64 लाख रुपए वसूलने के आरोप हैं। पत्र में भूपेंद्र ने विस्तार से लिखा है कि उसने कब, कहां और कितने कितने रुपए पोसवाल तक पहुंचाए। मोहन पोसवाल पर निर्दोषों को फंसाने और गुनहगारों को भगाने के आरोप लगाए गए।
सुरेश ढाका को पोसवाल ने ही कराया फरार
डॉ. किरोड़ीलाल मीणा यह भी आरोप लगा चुके हैं कि 5 लाख रुपए का इनामी पेपर लीक माफिया सुरेश ढाका को मोहन पोसवाल ने ही फरार कराया। इतना ही नहीं मोहन पोसवाल पर कांग्रेसी नेताओं को बचाने का आरोप भी है। पूर्ववर्ती सरकार के दिनों में भी डॉ. किरोड़ी लाल मीणा मोहन पोसवाल को लेकर कई आरोप लगा चुके हैं। उनका कहना है कि जिस दिन सुरेश ढाका पकड़ा जाएगा, उस दिन कांग्रेस के आधा दर्जन नेताओं के नाम सामने आ जाएंगे।
Comment / Reply From
You May Also Like
Recommended posts
Vote / Poll
राजस्थान में होने वाले राज्यसभा चुनाव 2023 में कौन जीतेगा
Newsletter
Subscribe to our mailing list to get the new updates!